नमो जाप केजरी उवाचः
मोदी मोदी नाम जपत हैं ।
केजरी सुध बुध खोयी ।।
केजरी सुध बुध खोयी ।।
दिल्ली मैं जो काम पड़ा हैं ।
वोह अपनी किस्मत रोये ।।
वोह अपनी किस्मत रोये ।।
मति फिरी जो वोट दिया ।
अब झाड़ू पर हैं सोये ।।
पांच साल विकराल बड़े ।
नौटंकी मैं खोये ।।
नौटंकी मैं खोये ।।
हर सुबह दिल्ली सहमी ट्विटर का मुँह ताके ।
कौन नहीं फुलझरिया लेके केजरी पूरा दिन साधे ।।
कौन नहीं फुलझरिया लेके केजरी पूरा दिन साधे ।।
इकीस विधायक उड़ गए ।
बचे छियालीस बाकि ।।
बचे छियालीस बाकि ।।
बांध के रखियो अंटी मैं ।
न जाने कब वो भागे ।।
सुन साधो बिन मांगी सीख दिए कबीरा ।
काम काज कछु कर ले मोड़ा ।।
काम काज कछु कर ले मोड़ा ।।
दिन बहुरेंगे थोडा ।।।
लटकी झाड़ू पेड़ से ।
सीक सीक छितराये ।।
सीक सीक छितराये ।।
एक एक ले जाओ घर पे ।
वाई फाई चल जाये ।।
Another Version
मोदी मोदी नाम जपत रहे
केजरी भाई तमाम
केजरी भाई तमाम
आम आदमी की साख पर
सरकार चली तिहाड़
एक एक करके कम हो रहे
जोकर सारे अब
जोकर सारे अब
दिल्लीवाले सुधबुध खोये
देख रहे है सब
पत्नी पाँव पूजारे वाले
निकले नाड़े के ढीले
निकले नाड़े के ढीले
घर की रोटी छोड़कर
बिरयानी खाये रसीले
पानी डूबी दिल्ली दिखे
अब मोर्डेन सी मोये
अब मोर्डेन सी मोये
स्कैंडल के चरचे फैले
जैसे सिद्धू के दोहे
केजरी मुग्ध पड़े हाथ मैं पकडे झाड़ु
सुच्चा सिंह भी नप लिए करते गबन जुझारू
सुच्चा सिंह भी नप लिए करते गबन जुझारू
अभी कम नहीं लिस्ट हुई हैं नेताओ की पूरी
संजय अंकित खेतान आशुतोष नाम पड़े हैं पूरे
संजय अंकित खेतान आशुतोष नाम पड़े हैं पूरे
दिल्ही दिल ही दिल मैं रोये ।
पटक पैर अपनी किस्मत रोये ।।
पटक पैर अपनी किस्मत रोये ।।
मति फिरी जो वोट दिया ।
अब झाड़ू पर हैं लेट के सोये ।।
हर सुबह दिल्ली सहमी ट्विटर का मुँह ताके ।
कौन नहीं फुलझरिया लेके केजरी पूरा दिन साधे ।।
कौन नहीं फुलझरिया लेके केजरी पूरा दिन साधे ।।
सुन साधो बिन मांगी सीख दिए कबीरा अच्छी ।
काम काज कछु कर ले मोड़ा ।।
दिन बहुरेंगे जल्दी ।।।
काम काज कछु कर ले मोड़ा ।।
दिन बहुरेंगे जल्दी ।।।
लटकी झाड़ू पेड़ से ।
सीक सीक छितराये ।।
सीक सीक छितराये ।।
एक एक ले जाओ घर पे ।
वाई फाई चल जाये ।।
14 जून 2016
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