Tuesday, September 18, 2018

अट्हास सी हँसी

अट्टहास सी हँसी सुनकर
सभापित ने आपा खोया

बोले औ सुंदरी

कुछ तबियत खराब ऐसा बोला


अगर तकलीफ बड़ी हैं
तो हकीम को दिखला दे
ऐसी भीषण हँसी करक
व्यवधान न डाल प्रिये।


राष्ट्रपति के अभिभाषण पे
धन्यवाद दे रहे प्रधान
इस कर्कश सी हँसी सुनकर
ठिठक गये सेवक प्रधान


सोच रहे मन में अपने
ऐसा क्या मैंने बोल दिया
जरूर किसी ने मोहतरमा को
वाट्सएप जोक फारवर्ड किया।


जब सभापति ने 
हड़काया रेणुका को
मोदी ने लपका मौका
और तंज कस दिया तगड़ा


बात ऐसी पते की 
अपने मुख से बोली
जैसे फिट हो जाये
निशाने पे गोली।


अब वृतांत सुनाकर
क्या कर लेगा कविराय
यूट्यूब पे देख ले भाया
क्यों मोहतरमा बौराए


सन सत्तासी में टीवी पर 
छाए रहे रामायन
सागर कृत मंचन में
पात्र रहे मनभावन


उस मंचन में कई हँसे 
अपने दीदे फाड़
अब देख लो किस हँसी से
रेणुका अट्ठहास का मेल खाये।


भिन्न भिन्न लोगो की
राय बड़ी हैं साझा
हँसी किससे मिलती पूरी
इसपे विवाद नही हैं ज्यादा


त्रिजिता, मंथरा, रावण, अंगद
मेघनाद, हनुमान
इनसब पर क्यों भारी हैं
सूपर्णखा का नाम


अब जब कुछ भी बचा नही
तो फेमिनिस्ट हो जाओ
कलप्रीत से विक्टिम तक का
मंत्र जाप शुरू करवाओ


हँसी तुम भी हँसे वो भी
हँसा सारा सदन
फागुन की फुआर समझ लो
हँसो सुकून से अब




8 फ़रवरी 2018

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