कल एक नई सुबह होगी
जो आज से थोड़ी अलग होगी
जो आज से थोड़ी अलग होगी
कल जो हम सब थे
उससे बेहतर कल होंगे।
उम्मीद नये सवेरे की
जीवन को गति देती हैं
कर्म का फल मिलेगा बिल्कुल
बस कर्मशील होना हैं
बीती रात में मिट गई
स्मृति अगर कुछ खंडित थी
नये सवेरे में गढ़नी हमको
कविता नई उमंगों की।
जीत की बधाइयां निर्वाचित प्रतिनिधियों को
और जो मंजिल से कुछ दूर रह गये उनको
भी बधाई की वो लड़े और जम के लड़े
बीती ताहि बिसार दे आगे की सुध ले
और जो मंजिल से कुछ दूर रह गये उनको
भी बधाई की वो लड़े और जम के लड़े
बीती ताहि बिसार दे आगे की सुध ले
8 अप्रैल 2018
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