जो कहना हैं ।
बेझिझक, बेलौस कह दो ।।
बेझिझक, बेलौस कह दो ।।
इन इशारों की जुबा ।
अब समझना मुश्किल ।।
क्यों बंदिशों की जंजीरों में ।
सिसकती आरजू तेरी ।।
सिसकती आरजू तेरी ।।
हवाओ में गेसुओं सी ।
अपने उड़ने में लगा रखी पाबंदी कैसे ।।
अपने उड़ने में लगा रखी पाबंदी कैसे ।।
ज़माने भर का तूने सोचा है अबतक ।
अब तक बस वक्त कटता रहा हैं ।।
अब तक बस वक्त कटता रहा हैं ।।
बचें चंद लम्हों को बचा तू ख्वाब सच कर ले ।
थोड़ी जिंदगी उनको थोड़ी मुझे देदे ।।
थोड़ी जिंदगी उनको थोड़ी मुझे देदे ।।
तेरी 'ना' तो कल भी थी ।
और अब भी हैं ।।
और अब भी हैं ।।
कभी साथ मेरे चलने का ।
हौसला कर ले ।।
हौसला कर ले ।।
बेफ़िक्र, बेपरवाह ।
देख मुझें, ।।
देख मुझें, ।।
मेरी ख्वाहिश में कमी तो ।
अभी भी नहीं है ।।
अभी भी नहीं है ।।
तू नजरो की जुबां में अब ज्यादा बात मत कर ।
तेरा जान के भी अनजान हो जाना ।।
इतना मासूम भी नही है ।।।
तेरा जान के भी अनजान हो जाना ।।
इतना मासूम भी नही है ।।।
13 फ़रवरी 2018
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