Tuesday, September 18, 2018

बड़े वक़्त के बाद

बड़े वक़्त के बाद अब ऐसा लगा
मुझसे मैं मिला हूँ

शुक्र हैं तू मिला हैं मुझको
मुझको मैं मिला हूँ
क्या उसकी छांव मैं बताऊ
क्या बुरूंश की शान में बताऊँ

बिखरे हुये रंग दूर दूर

आँखों को दिख
गम तो रहेगा मुझको की
साथ रहने की मुद्दत कम मिली

पर तुम मिले तो यह सुकून हैं मुझको
की बार बार मिलने की वजह मिल गयी

बहुत शुक्रिया मेरे दोस्त की
तू मिला तो मुझको मैं मिल गया
15 मई 2015

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