मिले जब जब हम
तेरी खुशबू लिये चला आता हूँ
वो आंखे वो हँसी
समेटे दिल मे अमीर बनकर चला आता हूँ
वो मिलने से पहले धड़कती धड़कन
वो मिलने पर नजरो की बाते
वो मिलने के बाद दिल का सुकून
वो सुकून लिए चला आता हूँ
कसक सी रह जाती हैं
वक़्त तो भागता सा लगता हैं
मिले बैठे कुछ पल ही बीतते हैं
बात अधूरी ही हरबार होती हैं
तुझे जी भरकर देख पाता नही
तेरे रूप को दिल में भर पाता नही
नजरो से नजर हटती ही नही
बस तेरी साँस से टकरा भर पाता हूँ
कुछ कर की सपने हकीकत बने
ये मिलने के मौके किस्से बने
थाम के हाथ कुछ आगे बने
पर सुना नही कभी की सपने हकीकत बने
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