Friday, December 2, 2022

नादान मेरे यार

कितने नादान मेरे यार है 
बेखबर से 
कोई आके उनका 
दिल चुरा गया

वो सोचते है अब
दिल कही लगता
क्यो नही

ये सोचते
जी हमारा घबराए
उन्हें पता भी हैं
उन्हें इश्क हैं

इस इश्क़ में 
कई फना हो गये
इश्क शौक
महंगा हैं

ऐसे ही

Raat lambee ho gayi intejaar kee
Ab lagta nahi jawab aayega
So gayee thak ke ab hasrate bhee
Bas dil ka sona baki hai

किसी कोने में

खड़ा कही किसी कोने से 
में बस देखता रहा

ना थी समझ ना था कुछ अलग
बस भीड़ में भीड़ बना रहा में

कई साल तो आगे जाने की जदोजहद रही
बस ठेलता रहा और घसीटता रहा

जब कुछ होश सा थोड़ा सा बढ़ा
तो खुले आकाश में खड़ा में रहा

तब से अबतक उतार चढ़ाव चलते रहे
जो मिला उसे अपना समझता रहा

तब जो रह गया जो न मिल पाया
तब जो में न कह पाया

अब थोड़ी हिम्मत जुटा लेता हूँ
कुछ अपने मन की भी सुन लेता हूँ

कुछ अपने मन की सुना लेता हूँ
बस थोड़ी हिम्मत जुटा लेता हूँ